All Islam Directory
1

क़सम है अंजीर की! तथा ज़ैतून की!

2

एवं "तूरे सीनीन" की क़सम!

3

और इस शान्ति वाले नगर की क़सम!

4

निःसंदेह हमने इनसान को सबसे अच्छी संरचना में पैदा किया है।

5

फिर हमने उसे सबसे नीची हालत की ओर लौटा दिया।

6

परंतु जो लोग ईमान लाए तथा उन्होंने सत्कर्म किए, उनके लिए समाप्त न होने वाला बदला है।

7

फिर (ऐ मनुष्य) तुझे कौन-सी चीज़ बदले (के दिन) को झुठलाने पर आमादा करती है?

8

क्या अल्लाह सब हाकिमों से बड़ा हाकिम नहीं है?