अबू लहब के दोनों हाथ नाश हो जाएँ! और वह (स्वयं) विनष्ट हो गया।
उसका धन तथा जो कुछ उसने कमाया था, उसके काम नहीं आया।
जल्द ही वह लपट वाली आग में दाख़िल होगा।
तथा उसकी पत्नी (भी जहन्नम में जाएगी), जो ईंधन उठाने वाली है।
उसकी गर्दन में मज़बूत बटी हुई रस्सी होगी।